गाजीपुर। मुख्तार अंसारी, जिनका नाम भारतीय राजनीति और अपराध जगत दोनों में चर्चा का विषय रहा है, उनकी पहली पुण्यतिथि (बरसी) को लेकर कई लोग उनकी विरासत और विवादित जीवन पर चर्चा कर रहे हैं। मुख्तार अंसारी ने एक प्रभावशाली नेता और माफिया डॉन के रूप में अपनी पहचान बनाई थी, खासकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में। उनकी बरसी के मौके पर परिवार, समर्थक और विरोधी उनके जीवन और उपलब्धियों के अलग-अलग पहलुओं पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।
मुख्तार अंसारी की पहली बरसी के मौके पर उनके बेटे अब्बास अंसारी के पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ने आने की संभावना है। यह दिन उनके परिवार और समर्थकों के लिए भावनात्मक रूप से महत्वपूर्ण है। मुख्तार अंसारी का जीवन हमेशा विवादों और चर्चा में रहा है। उनकी राजनीतिक और आपराधिक पृष्ठभूमि ने उन्हें उत्तर प्रदेश की राजनीति का चर्चित चेहरा बना दिया। बरसी के मौके पर परिवार और करीबियों द्वारा उनकी याद में फातिहा और दुआओं का आयोजन किया जा सकता है।
मऊ विधायक अब्बास अंसारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कासगंज जेल से अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया। उनकी रिहाई की खबर सुनते हुए शुभचिंतकों में खुशी दौड़ गई। अब हर जुबां पर यही चर्चा है कि वह अपने मरहूम मुख्तार अंसारी की पहली बरसी पर 28 मार्च को कालीबाग कब्रिस्तान में फातिहा पढ़ने जरूर आएंगे। हालांकि परिवार के लोग इस बाबत कुछ नहीं बोल रहे हैं।